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उसकी याद ने मुझे फिर से रुला दीया

उसकी याद ने मुझे फिर से रुला दीया
कैसी है वो ज़ालिम जिसने ये सीला दीया
दो लफ्ज लिखने का सलीका ना था हमे
और आज उसकी महोब्बत ने हमे शायर बना दीया ....................

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